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लॉकडाउन में शनि जंयती पर करें शनि देव को प्रसन्न, मिलेगी राहत

कोरोना संक्रमण के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में रहने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में शनि जयंती के दिन आप घर में शनि देवता की विधिपूर्वक उपासना करें, इससे आपको मानसिक राहत मिलेगी और आपको सभी काम बनेंगे। तो आइए आपको शनि जयंती के अवसर पर शनि देव की उपासना तथा पूजा के महत्व के बारे में बताते हैं।

न्याय के देवता है शनि देव

भारतीय मान्यता के अनुसार शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है। शनि देव को भगवान सूर्य तथा उनकी पत्‍नी छाया की संतान माना जाता है। नव ग्रहों में से शनि देव को सबसे क्रूर माना जाता है। लेकिन शनि देवता क्रूर होने के साथ ही न्‍याय और कर्मों के देवता माने जाते हैं। अगर आप किसी का बुरा नहीं सोचते और किसी पर भी अत्याचार नहीं करते तो शनि देव आपका कभी बुरा नहीं करेंगे। ऐसे में आप शनि भगवान से बिल्कुल नहीं घबराएं। शनि देवता अच्छे लोगों के साथ कभी बुरा नहीं करते हैं।

Ashish Sood

बाबा साहेब के सपनों को साकार करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही मोदी सरकार

भारतीय समाज के शोषितों-वंचितों को न्यायपूर्ण अधिकार और सम्मान दिलाने की लड़ाई के पर्याय रहे, संविधान शिल्पी, भारत रत्न, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी, जिनका आज (14 अप्रैल) अवतरण दिवस है, के योगदान को न तो हमारा समाज भुला सकता है और न ही देश। लेकिन, बाबा साहेब के मन में दबे, कुचले और वंचित समाज को आगे ले जाने की जो वास्तविक कल्पना थी, वह दशकों तक राह भटक गई थी।

आजादी के बाद से ज्यादा समय तक देश एवं राज्यों की सत्ता पर काबिज रहीं कुछ पार्टियों ने अंबेडकर को सिर्फ एक नारा बना दिया। शोषितों-वंचितों को सामाजिक न्याय दिलाने का दायरा सिर्फ आरक्षण तक सीमित रह गया। जिस आरक्षण का प्रावधान बाबा साहेब ने सिर्फ 10 साल के लिए किया था, वह 70 साल तक जारी रहने के बाद भी यदि अपना लक्ष्य साधने में नाकामयाब रहा है, तो इससे स्पष्ट है कि पूर्व की सरकारों की नीतियों में खामियां रही थीं।

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महाशिवरात्रि पर मदार के फूलों से करें पूजा, मिलेगा मोक्ष

महाशिवरात्रि हिन्दुओं का खास त्यौहार है। इस दिन लोग पूजा-अर्चना कर शिव जी को प्रसन्न करते हैं। तो आइए हम आपको महाशिवरात्रि का महत्व तथा पूजा विधि के बारे में बताते हैं।

शिवरात्रि को महाशिवरात्रि क्यों कहा जाता है।

हर साल साधना के लिए शरद पूर्णिमा की मोहरात्रि, दीवाली की कालिरात्रि तथा महाशिवरात्रि की सिद्ध रात्रि महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस तीन अवसरों पर पूजा-अर्चना से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। हर महीने की कृष्ण पक्ष के दिन आने वाली त्रयोदशी को शिवरात्री कहा जाता है। लेकिन फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को महाशिवरात्रि कहा जाता है। यह महाशिवरात्रि साल की अन्य शिवरात्रि से खास होती है क्योंकि इसी दिन शिव जी तथा पार्वती का विवाह भी सम्पन्न हुआ था। 

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मधुमेह रोग में चीनी से ज्यादा जरूरी है कैलोरी पर नियंत्रण रखना डॉ अमित छाबड़ा

आज आयोजित एक कार्यक्रम में यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कौशांबी गाजियाबाद के वरिष्ठ डायबिटीज रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अमित छाबड़ा मधुमेह रोग के बारे में जानकारी दी

मौका था विश्व मधुमेह दिवस जो आज ही के दिन विश्व भर में मनाया जाता है

इस स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम में लोगों की डायबिटीज से संबंधित जांचें निशुल्क की गई जिनमें ब्लड शुगर एवं 3 महीने की मधुमेह रोग की जानकारी देने वाले टेस्ट hba1c प्रमुख हैं.
 
आज के कार्यक्रम का विशेष आकर्षण  रहा डायबिटिक तंबोला, डायबिटीज तंबोला के माध्यम से मरीजों को डायबिटीज से जुड़े अनेकों सवाल-जवाब के बारे में खेल खेल में सिखाया गया , हॉस्पिटल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ सुनील डागर ने तम्बोला के विजेताओं को पुरस्कार स्वरुप स्वास्थ्यवर्धक प्रोटीन पाउडर दे कर उन्हें सम्मानित किया  

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इस अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी कौशांबी गाजियाबाद के ही वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ असित खन्ना ने मधुमेह के रोगियों को जानकारी दी कि वे कैसे हृदय रोगों से बच सकते हैं

वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ सुमन चटर्जी ने लोगों को मधुमेह में  हाथ और पैरों की नसों के कमजोर होने के बारे में जानकारी दी
दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अनमोल अग्रवाल दे मधुमेह के रोगियों को अपने दांतो की देखभाल कैसे करें इस बारे में जानकारी  दी

 किडनी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विद्यानंद ने  मधुमेह की वजह से होने वाली किडनी की बीमारियों  के लक्षण एवं बचाव के बारे में बताया

डायटिशियन श्रीमती भावना गर्ग ने मधुमेह के रोगियों को  खान पान के बारे में जानकारी  एवं यह भी बताया कि किस तरह की  डाइट मधुमेह  रोग को होने से  बचा सकती है
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नरेंद्र सिंह बी मधुमेह के रोगियों में होने वाले नेत्र रोगों के लक्षण एवं बचाव के बारे में जानकारी  दी
 
मोटे लोगों में मधुमेह की बीमारी को ख़त्म या नियंत्रित करने में बैरिएट्रिक एवं  मेटाबॉलिक सर्जरी के बारे में डॉ सुशांत वढेरा ने लोगों को जानकारी दी 
लोगों के सवालों का जवाब देते हुए डॉ अमित छाबड़ा ने कहा कहा कि यदि एक बार मधुमेह हो जाए तो उसे खत्म नहीं किया जा सकता केतु अपनी जीवन शैली एवं खानपान एवं उचित डॉक्टरी देखभाल से उसको नियंत्रित रखा जा सकता है और मरीज एक क्वालिटी लाइफ जी सकता है

डॉक्टर छाबड़ा ने जोर देते हुए कहा कि हम सामान्यतः मधुमेह रोग से बचने के लिए चीनी खाना कम कर देते हैं किंतु यह सही नहीं है चीनी से ज्यादा हमें कैलोरी का ध्यान रखना चाहिए जैसे कि पराठे में चीनी नहीं होती लेकिन उसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है ऐसे में वह पराठा यदि किसी को डायबिटीज होने का खतरा बना हुआ है तो उसके लिए घातक सिद्ध हो सकता है
 
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डॉक्टर छाबड़ा ने कहा कि बैलेंस डाइट एवं 2-3 घंटे के अंतर पर  खाना खाना मधुमेह को नियंत्रित रखने के लिए एक अच्छा उपाय है

डॉक्टर छाबड़ा ने तनाव को डायबिटीज का एक प्रमुख कारण बताया और कहा की पारिवारिक या कार्य से जुड़ा हुआ या अन्य किसी भी प्रकार का तनाव डायबिटीज करने के लिए एक प्रमुख कारण हो सकता है