शी जिनपिंग एक बार फिर से चीन के राष्ट्रपति चुनें गए. शी जिनपिंग ने गुरुवार को सेना के अधिकारियों के साथ बैठक की. दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग की यह पहली बैठक थी.
पीएलए की बैठक में शी जिनपिंग ने सेना को साफ-साफ शब्दों में कहा की आर्मी का फोकस सिर्फ जंग जितने के लिए होना चाहियें. जिनपिंग ने यह भी कहा कि हमें इस बात पर भी जोर देना चाहिये कि 2050 तक हम किस तरह वर्ल्ड क्लास मिलिट्री तैयार कर सकें.
आप को बता दे कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग बैठक के दौरान सेना की ड्रेस में दिखाई दियें. यह दूसरी बार मौका था जब शी जिनपिंग सेना की ड्रेस में दिखाई दियें. इससें पहले शी जिनपिंग भारत के साथ डोकलाम विवाद के दौरान सेना की ड्रेस में दिखाई दिए थे.
आप को बता दे कि भारत के रिश्ते चीन के साथ पिछलें कुछ समय से ख़राब चल रहें है. जिस तरह डोकलाम विवाद चीन के साथ चला. और चीन की तरफ से रोजाना धमकी देने के बाद भी भारत ने अपनी सेना डोकलाम से नहीं हटायी थी. इस सब को देखते हुए भारत को चीन के राष्ट्रपति के इस बयान को गंभीर रूप से देखना चाहिये.
चीनी मीडिया के अनुसार बैठक में यह तय हुआ है कि हाई रैंकिंग अफसर पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे. साथ ही जंग जीतने की तैयारी की जाएगी. जिनपिंग ने बैठक में कहा कि मिलिट्री को लगातार ट्रेनिंग और एक्सरसाइज़ पर जोर देना चाहिए.
बैठक में शी जिनपिंग ने कहा कि हमें एक ऐसी सेना बनानी चाहिए जो कि CPC की कमांड सुनें और युद्ध जीतने में सक्षम हो.
आपको बता दें कि हाल ही में चीन में हुई सम्मेलन में जिनपिंग को राष्ट्रपति चुना गया था. उनके साथ ही 7 लोगों की टीम तैयार की गई. जिनके हाथ में मुख्य तौर पर चीन की सत्ता का दारोमदार रहेगा. CPC सम्मेलन में चुने गये पोलित ब्यूरो के सदस्यों की उम्र से एक बात तो साफ है. कि इनमें से कोई नेता शी जिनपिंग का उत्तराधिकारी नहीं बनेगा.