चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति ने बताया कि गुजरात में दो चरणों में चुनाव होगा. पहला फेस में 89 सीटों के लिए वोटिंग होगा, जोकि 9 दिसंबर को सम्पन्न होगा.
दूसरें फेस में 93 सीटों के लिए वोटिंग होगी. दूसरें फेस के लिए 14 दिसंबर को वोट डाले जायंगे. और 18 दिसंबर को गुजरात के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के भी नतीजे आयंगे.
आप को बता दे कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया है कि तत्काल प्रभाव से गुजरात में आचार सहिंता लागू हो गई है. ये आचार सहिंता केंद्र सरकार पर भी लागू होगी. और आयोग ने बताया कि चुनाव की हर गतिविधि की वीडियो रिकार्डिंग होगी.
आप को बता दे कि गुजरात का चुनाव इसलियें अहम माना जा रहा है कि अबकि बार गुजरात में बीजेपी कुछ कमजोर नजर आ रही है. इसके कई कारण है. अबकि बार बीजेपी पिछलें 15 सालों में पहली बार नरेंद्र मोदी की अगवाई
बिना चुनावी मैदान में है.
और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गुजरात में पिछलें कई सालों से बीजेपी के खिलाफ तीन युवा आंदोलन कर रहें है जिसका नुकशान बीजेपी को साफ तोर पर होता दिखाई दे रहा है.
इन तीन नामों में सबसे बड़ा नाम हार्दिक पटेल का है जो पिछलें कई सालों से बीजेपी के खिलाफ आंदोलन कर रहें है. और दूसरा नाम अल्पेश ठाकोर का है जो ओबीसी वोटरों का प्रधिन्त्व करतें है. जो अभी कुछ दिन पहले औपचारिक रूप से कांग्रेस में शामिल हो गये थे.
आप को बता दे कि गुजरात के अंदर कुल 4 करोड़ 30 लाख वोटर है. जिसमें से 35 प्रतिशत वोटर ओबीसी कोटे से आते है. जिसकें चलते अबकि बार यह गणित बीजेपी का खेल बिगाड़ सकता है.
वहीं कांग्रेस अबकि बार एक्शन में दिखाई दे रही है. क्योंकि कांग्रेस ने सही रणनीति के तहत् तीनों युवाओं को अपनीं तरफ करने में सफल रही है. और राहुल गांधी की रैली में भीड़ भी उमड़ रही है.
आप को बता दे कि मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार कोई भी उम्मीदवार चुनाव के दौरान 28 लाख से ज्यादा खर्च नहीं कर सकता है. चुनाव में खर्च के लिए उम्मीदवार को अलग से खाता खोलना होगा. चुनाव में 102 पोलिंग बूथों पर महिला स्टाफ रहेगा.
कुल 4 करोड़ 30 लाख वोटरों की वोटिंग के लिए गुजरात के अंदर 50 हजार 128 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. आयोग के मुताबिक गुजरात में कुल चार करोड़ तीस लाख मतदाताओ की वोटिंग की गोपनीयता बनाए रखने के लिए वोटिंग कंपार्टमेंट की ऊंचाई भी बढ़ाई जाएगी.
चुनाव आयोग ने बताया कि गुजरात चुनाव में सभी जगहों पर ईवीएम मशीन के साथ VVPAT मशीन का भी इस्तेमाल किया जाएगा. हर सीट के एक पोलिंग बूथ की VVPAT से निकली पर्चियों की भी गिनती होगी. VVPAT के जरिए वोटिंग के बाद पर्ची निकलती है जो सात सेकेंड के बाद मशीन में ही गिर जाती है.
चुनाव आयोग ने बताया कि मतदान से पहले मतदाता जागरुकता अभियान चलेगा. चुनाव के दौरान आम नागरिक मोबाइल एप के जरिए चुनाव में होने वाली गड़बड़ियों की शिकायत कर सकते हैं.