बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में रोयाना सिंह ने चीफ प्रॉक्टर के पद पर बैठते ही फैसले लेने शुरु कर दिया है. उन्होंने पद सभांलते ही छात्रओं पर से ड्रेस और शराब पर से लगे बैन को हटा दिया है. उन्होनें नॉन वेजेटेरियन फ़ूड से भी प्रतिबंद हटाने के आदेश दिए है.
आप को बता दे कि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के 101 साल के इतिहास में पहली बार कोई महिला चीफ प्रॉक्टर बनी है. रोयाना सिंह ने बताया कि उनका जन्म यूरोप में हुआ.
उन्होनें यह भी बताया कि उनका ज्यादा समय यूरोप और कनाडा में ट्रैवल करतें हुए बिताया है. इस अनुभव से वह कहतीं है कि लडकियों के कपडों पर प्रतिबंद लगाना खुद पर प्रतिबंद लगाने जैसा होगा.
उनका कहना है कि आप अपना दिन सुबह छह बजे से शुरु करतें है और रात को साढ़े दस बजे खत्म इस पुरे दिन में आप अपनी पसंद के कपडें नहीं पहन पा रही है, तो ये शर्मनाक बात है.
रोयाना सिंह का यह भी कहना है कि लडकों द्रारा इस्तेमाल किए जानें वालें ‘छोटे कपडों’ के शब्द पर उन्हें अजीब महसूस होता है. अगर कोई लडकी अपनी सुविधानुसार कपडें पहनती है, तो उन्हें आपत्ति क्यों है?
चीफ प्रॉक्टर रोयाना सिंह यूनिवर्सिटी के इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस में एनाटॉमी की प्रफेसर भी है, रोयाना 80 के दशक में फ़्रांस के रोयन में नौ साल तक रहें चुकीं है.
इससे पहले गुरुवार को ओएन सिंह के इस्तीफा देने के बाद, रोयाना सिंह ने पद संभालने के बाद कहा कि हमारें सामने कैंपस में अनुशासन बनाये रखने की चुनौती है, हम छात्रों की मांग पूरी करने की पूरी कोशिश करेंगें.
रोयाना सिंह ने सुरक्षा में कमिया बताते हुए यहाँ की सुरक्षा में चुक की बात कहीं, वहीं उनका कहना है कि हमनें जाँच कमेटी बनाईं है और हम कमेटी की रिपोर्ट आतें की कार्यवाही करेंगें. इसके साथ ही उन्होनें कई नई जगह सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जानें की बात कहीं.