भारतीय अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा और उनकें बेटें जयंत सिन्हा आमने-सामने है, मोदी सरकार के फैसलों नोटबंदी, जीसटी और डिजिटल पेमेंट जैसे बड़े-बड़े फैसलों लेकर वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहें यशवंत सिन्हा ने बड़ा हमला बोला था.
वहीं, उनकें बेटें जयंत सिन्हा ने अपनें पिता की बात का कटाछ करतें हुए सरकार का बचाव किया. नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने सरकार की तारीफ करतें हुए कहा कि हमारी सरकार एक मजबूत अर्थव्यवस्था बना रही है.
जयंत सिन्हा ने मोदी सरकार के नोटबंदी और जीसटी जैसे बड़े फैसलों को गेम चेंजर बताया हुए कहा कि सरकार के इन फैसलों से लोगों आगें चलकर फायदा होगा.
आर्टिकल में जयंत सिन्हा ने लिखा, हाल के इन दिनों में अर्थव्यवस्था को लेकर कई लेख लिखें गए है, हमारी सरकार जो भी बदलाव कर रही है, वो न्यू इंडिया के निर्माण के लिए जरूरी हैं. जो नई इकोनॉमी तैयार हो रही है, वो ट्रांसपरेंट होगी.
उनके मुताबिक, जीएसटी, नोटबंदी और डिजिटल पेमेंट के मुद्दे गेम चेंजर साबित होंगे. हर डिपार्टमेंट अलग-अलग पॉलिसी बना रहा है. ये पॉलिसी ट्रांसपरेंट होंगी. जयंत सिन्हा ने मोदी सरकार के दूसरे प्रोजेक्ट्स के फायदे भी गिनाए. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की पूरी कोशिश है कि 2018 तक देश के सभी गांवों में बिजली सप्लाई हो जाए.
वहीं यशवंत सिन्हा ने मिडिया के सामने आकर सफाई दी, उन्होंने कहा मोदी सरकार ने कई बड़े फैसले लिए है लेकिन यह भी सच है कि इकोनॉमी में गिरावट आयी है. मुझे लगा कि इन मुद्दों को देशवासियों के सामने रखना चाहिए. इसलिए मैने ऐसा किया.
यशवंत सिन्हा ने इकोनॉमी की रफ्तार को धीमी बताते हुए कहा कि इसमें बैक भी फसें हुए है. करीब 8 लाख करोड़ रूपयें एनपीए फंसा हुआ है. इसके चलते बैंकों ने लोन देना बंद कर दिया है. इसके बाद सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी लागू कर दी. जिससे हालात और बिगड़ गए.