दुनिया के सबसे ऊंचे जंग के मैदान सियाचिन में सैनिक एक नई जंग की शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन इस बार जंग किसी दुश्मन सेना से नहीं है. इस बार भारतीय सैनिक सियाचिन क्षेत्र में फैले कई टन कचरे की सफाई करेंगे/ 17 सितंबर से शुरू होने वाला यह अभियान अगले 15 दिन तक चलेगा. इस अभियान में करीब 4000 सैनिक हिस्सा लेंगे. सैनिक सियाचिन की पहाड़ियों में फैले कचरे की सफाई करेंगे जिसमें पैकिंग मटेरियल और बैरेल जैसा कचरा शामिल है. इस अभ्यास को सैनिक 9500 फुट – 21000 फुट की ऊंचाई पर स्थित बेस कैंप और फॉरवर्ड पोस्ट में क्रमबद्ध तरीके से चलाएंगे. उत्तर और दक्षिण ध्रुव के बाद सियाचिन सबसे बड़ा ग्लेस्यिर है, लेकिन इसमें से सियाचिन सबसे ज्यादा गंदा रहता है. मानव अपशिष्ट ,प्लास्टिक खाली तोफखाने गोला बारूद के बक्से, और खाद्य पदार्थ के पैकेट के कचरे ने इस ठंडे प्रदेश को दुनिया का सबसे प्रदूषित' स्थान बना दिया है. अक्टूबर 2014 में स्वच्छ भारत अभियान के दौरान इस क्षेत्र से 63 टन से अधिक कचरा निकाला गया था.सियाचिन में
हर कचरे को उचित तरीके से निपटाना जरूरी होता है जिसमें वो पर्यावरण के लिए खतरा ना बने. इसलिये इस कचरे को नष्ट करना जरूरी है