नई दिल्ली: इन दिनों मुंबई में चल रही बारिश के कारण सुर्ख़ियों में छाया रहा। लोगो को काम करने व घर से निकलने में भी परेशानी उठानी पड़ी। अधिकांश लोगो का ये कहना है कि आखिर बारिश की वजह से मुंबई में बाढ़ जैसे हालात क्यों बन जाते है। मौसम विभाग की माने तो इस साल जून के महीने से अब तक कम से कम 2000 मि॰ मी॰ बारिश हो चुकी है
जिसमे केवल मंगलबार की बारिस को मापा जाय तो पता चलता है कि केवल इस दिन ही 350 मि॰ मी॰ बारिश हो चुकी है जिसके कारण धरती के जल को सोखने की क्षमता बहुत कम हो गई और ज्यादा पानी आने की वजह से धरती पूरे पानी को नही सोख पाती और बाढ़ जैसे हालात बन जाते है यदि मुंबई के केवल उन जगहों पर नजर डाले जिन जगहों पर सर्वाधिक वर्षा हुई तो उनमे सबसे पहला नाम मुंबई के दहानू का आता है जहाँ 190 मि॰ मी॰ बारिश हुई ।
मौसम विभाग की माने तो पता चलता है कि बारिश आने की एक वजह यह भी है कि मुंबई के निचले इलाकों से चलने वाली हवा के कारण आकाश पर दबाब पड़ता है जिससे बादल इक्कठा हो जाते है और वर्षा होती है चूँकि मुंबई में धरती की जल सोखने की क्षमता बहुत कम हो चुकी है जिसके कारण वह और जल नही सोख पाती और सडको व रेल की पटरियों के किनारे पानी भरना आरंभ हो जाता है।
जैसा कि हमे पता है कि मुंबई में सर्वाधिक समुन्द्रीय तट है इसीलिए जब अधिक वर्षा होती है तो समुन्द्र का जल स्तर बढ़ जाता है जिसके कारण समुन्द्र का जल बाढ़ के रूप में बदल जाता है परन्तु प्रकति का कहर अब सामान्य है।