धनतेरस पर इनकी खरीददारी से मिलेगी तरक्की, होंगे समृद्ध

Dhan

दीपों का त्यौहार दीवाली आ गयी है। दीवाली धनतेरस के दिन से ही शुरू हो जाती है। धनतरेस कार्तिक मास की कृष्णपक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन खरीददारी का खास महत्व होता है। इस दिन खरीद हुई चीजें साल भर आपको सम्पन्न बनाएं रखती हैं। 

घर में लाएं मिट्टी के दीप

धनतेरस के दिन दीए जरूर खरीदें। मिट्टी के दीए साफ कर पवित्र मन से जलाएं। यह आपके घर के लिए न केवल शुभ होते हैं बल्कि घर के सदस्यों को अकाल मृत्यु से भी बचाते हैं।

उल्लू की तस्वीर भी है जरूरी

उल्लू लक्ष्मी जी का वाहन है और इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है इसलिए घर में तिजोरी के बाहर उल्लू की फोटो चिपका दें। उल्लू की फोटो लगाने से घर में पैसा आता है और सुख-समृद्धि बढ़ती है। 

साबूत धनिया भी है उपयोगी

धनतेरस  की पूजा में साबूत धनिया का बहुत महत्व होता है। साबूत धनिया खरीद कर उसे अच्छे से साफ कर लें फिर लक्ष्मी जी और धन्वंतरि भगवान के चरणों में अर्पित कर दें। पूजा के बाद कुछ धनिया अपने घर के बगीचे में उगने के लिए लगा दें और बाकी को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। 

पान के पत्तों की करें खरीददारी

ऐसी मान्यता है कि पान के पत्तों में देवताओं का वास होता है इसलिए धनतेरस के दिन पान के पत्ते जरूर खरीदें। पान के पत्ते बहुत शुभ होते हैं और इन पत्तों की पूजा से देवता प्रसन्न होते हैं। इसलिए पान के पत्तों को पूजा में जरूर शामिल करें।

 सुपारी का भी करें इस्तेमाल

सुपारी को बहुत शुभ माना जाता है। इसे वरूण, यम, इंद्र और ब्रह्मदेव का प्रतीक माना  जाता है इसलिए धनतेरस के दिन सुपारी खरीद कर उसकी पूजा करें। पूजा के बाद सुपारी को तिजोरी में रख दें। इससे सौभाग्य में वृद्धि होगी। 

साबूत धनिया भी है उपयोगी

धनतेरस  की पूजा साबूत धनिया का बहुत महत्व होता है। साबूत खरीद कर उसे अच्छे से साफ कर लें फिर लक्ष्मी जी और धन्वंतरि भगवान के चरणों में अर्पित कर दें। पूजा के बाद कुछ धनिया अपने घर के बगीचे में उगने के लिए लगा दें और बाकी को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी में रख दें। 

कपूर से मन होगा शांत

कपूर जलाने से मन शांत रहता है और घर पवित्र बना रहता है। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर जाती है और सकारात्मक ऊर्जा आती है। धनतेरस के दिन कपूर से भगवान कुबेर, धन्वंतरी और लक्ष्मी जी की पूजा करें। कपूर जलाने से घर में धन की वर्षा होती और स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।

बताशों से होगी धन की बरसात

बताशे लक्ष्मी जी को बहुत प्रिय होते हैं इसलिए महालक्ष्मी की पूजा में बताशे को जरूर शामिल करें। धनतरेस और दीवाली की पूजा में लक्ष्मी को भोग बताशे का भोग लगाएं आपको लाभ होगा। साथ ही चंद्रमा का सम्बन्ध बताशे से भी है इसलिए बताशे का भोग लगाने से चंद्रमा भी प्रसन्न होंगे।

खील खरीदें

लक्ष्मी पूजा में खील का भोग जरूर लगाएं। पूजा के दौरान भोग लगाए गए खीर को अगले दिन मछलियों को खिला दें। साथ ही बचे हुए खील को एक कपड़े में बांध कर अपने घर में मौजूद भंडार घर में रख दें। इस तरह का उपाय करने से घर में समृद्धि आती है।

धनतेरस पर न खरीदें ये सामान 

धनतरेस के दिन सामान खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि केवल सौभाग्य बढ़ाने वाले सामान ही खरीदें। धनतेरस के दिन किसी भी तरह का वाहन न खरीदें। साथ ही कांच का सामान खरीदना भी आपके लिए अच्छा नहीं होगा। धारदार सामान जैसी कैंची और चाकू की खरीददारी से भी बचें। इसके अलावा काले रंग का कोई सामान न खरीदें।

धनतेरस के दिन ही मनाई जाता है धनवंतरी जयंती 

धनतेरस के दिन एक तरफ जहां लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है वहीं आरोग्य के देवता धनवंतरी भी पूजे जाते हैं। स्वास्थ्य ही सब कुछ है सेहत के बिना धन व्यर्थ को चरित्रार्थ करने के लिए धनतेरस के दिन परम वैद्य धनवंतरी की जयंती मनाकर उनकी पूजा-अर्चना होती है। धनतेरस के दिन धनवंतरी जयंती भी मनायी जाती है। हिन्दू धार्मिक मान्यताओं में धन्वन्तरि  को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। धनवंतरी पृथ्वी पर समुद्र मंथन के जरिए आए थे। समुद्र मंथन में त्रयोदशी के दिन धनवंतरी जी अवतरित हुए थे। इसलिए दीपावली से पहले धनतरेस के दिन धनवंतरी जयंती मनाने का रिवाज है। इसी दिन आयुर्वेद का भी जन्म हुआ था। धनवंतरी को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है इनकी चार भुजाएं हैं जिनमें दो में शंख और चक्र धारण किए गए हैं। जबकि दो अन्य भुजाओं मे से एक में जलूका और औषध तथा दूसरे में अमृत कलश मौजूद है। 

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