आज जन्माष्टमी है, इस दिन लोग श्रीकृष्ण की पूजा कर आर्शीवाद पाना चाहते हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान सभी परेशान हैं, ऐसे में उपवास और श्रीकृष्ण की आराधना आपको न केवल मानसिक शांति देगा, बल्कि घर की सुख-शांति के लिए फायदेमंद होगा।
हमारे हिन्दू मान्यताओं में भगवान श्री कृष्ण ने न केवल संस्कृति, संगीत और शिल्पकला को प्रभावित किया बल्कि मित्रता, निस्वार्थ प्रेम ,बुद्धि,शक्ति और आत्म विश्वास पा सकता है। इस तरह श्री कृष्ण की पूजा से सुख, शांति, आरोग्य एवं लाभ की प्राप्ति होती है।
जन्माष्टमी पूजा से होते हैं फायदे
घर में प्रेम और स्नेह की बहती है धारा
जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण की पूजा करने से न केवल घर में प्रेम और सौहार्द बना रहा रहता है बल्कि दाम्पत्य जीवन भी मधुर होता है। साथ ही वैवाहिक सम्बन्धों में मधुरता लाने के लिए उत्तर दिशा में नाचते हुए मयूर या राधा-कृष्ण की आलिंगनवद्ध पेंटिंग लगाना वास्तु की दृष्टि से अच्छा होता है।
संतान सुख के लिए की जाती है श्रीकृष्ण पूजा
अगर आप संतान की इच्छा रखते हैं तो श्रीकृष्ण के बाल रूप की पूजा जरूर करें। संतान प्राप्ति हेतु इच्छुक दम्पत्ति अपने कमरे में श्री कृष्ण के बालरूप या गाय-बछड़े की फोटो लगाएं।
आत्मविश्वास को भी बढ़ाता है कान्हा की जी आराधना
अगर परिवार के सदस्यों में आपसी तालमेल और आत्मविश्वास की कमी है तो आप श्रीकृष्ण जी की अर्चना करें। इसके लिए आप अंगुली पर गोबर्धन पर्वत उठाए हुए भगवान श्री कृष्ण की तस्वीर घर में ऐसी जगह लगाएं ताकि आपकी नज़र अक्सर उस पर पढ़े। फोटो में बाल-गोपाल को जरूर शामिल करें।
श्रीकृष्ण आराधना से भक्ति में होती है वृद्धि
घर के सदस्यों में धार्मिक प्रवृत्ति का विकास हो कृष्ण के ध्यान में मग्न मीराबाई की तस्वीर लगाएं। इस तरह की फोटो घर में लगाने से परिवार के सदस्यों में आपसी विश्वाश भी बना रहता है।
जीवन में सफल होने के लिए करें कृष्ण जी की पूजा
अगर आप जीवन में निडर, उत्साह, साहस तथा सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो यमुना नदी के जल में कालिया नाग के ऊपर भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप की नृत्य मुद्रा की फोटो लगाना फायदेमंद होगा।
घर में कभी नहीं होगा अभाव
घर में पूरब दिशा की ओर लड्डू गोपालजी की माखन खाते हुए की तस्वीर लगाना बहुत शुभ होगा। इससे आपके घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं होगी। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि खाना बनाते समय भोजन को झूठा न करें।
पूजा में रखें इन बातों का ख्याल
हमारे हिन्दू धर्म में जन्माष्टमी का विशेष महत्व होता है। जन्माष्टमी पर विधिपूर्वक पूजा करने से आपका मनोरथ पूर्ण होगा। तो आइए हम आपको पूजा के बारे में कुछ खास बाते बताते हैं।
जन्माष्टमी के दिन तुलसी पूजा का है खास महत्व
भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी विशेष रूप से प्रिय होती है। इसलिए इस दिन तुलसी पूजन शुभ मानी जाती है। इसलिए शाम को तुलसी के सामने घी का दीपक जलाएं और 11 बार परिक्रमा करें। अगर आपके घर में तुलसी जी नहीं हैं तो किसी मंदिर में जाकर पूजा करें लेकिन कभी भी किसी और घर की तुलसी की पूजा न करें, ऐसा करने से पूजा का फल आपको नहीं मिलेगा।
पूजा में मोर पंख का करें इस्तेमाल
भगवान कृष्ण हमेशा मोरपंख धारण करते हैं तथा मोरपंख उन्हें बहुत प्रिय हैं। इसलिए जन्माष्टमी के दिन कृष्ण जी को मोरपंख अवश्य अर्पित करें।
परिजात के फूलों से कृष्ण भगवान होते हैं प्रसन्न
भगवान श्री हरि विष्णु और माता लक्ष्मी को परिजात के फूल बहुत पसंद हैं। कृष्ण भगवान विष्णु जी के अवतार हैं इसलिए उन्हें भी पूजा में परिजात के फूल अर्पित करें।
बांसुरी के बिना अधूरी है कान्हा की आराधना
कृष्ण जी को बांसुरी बहुत प्यारी है। इसलिए जन्माष्टमी के दिन चांदी की बांसुरी से कृष्ण भगवान की पूजा कर उसे अपने पर्स में रखें, इससे आपको लाभ होगा।
राखी बांधकर श्रीकृष्ण से लें रक्षा का वचन
रक्षाबंधन के कुछ दिन बाद ही जन्माष्टमी आती है। इसलिए आप जन्माष्टमी के दिन श्रीकृष्ण और बलराम को राखी बांधकर अपनी रक्षा का वचन प्राप्त करें।
शंख में दूध और बछड़े की प्रतिमा भी होती है कारगर
जन्माष्टमी के दिन शंख में दूध लेकर भगवान श्रीकृष्ण के बालस्वरूप का अभिषेक करें, आपको लाभ मिलेगा। साथ ही जन्माष्टमी के दिन घर में गाय तथा बछड़े की छोटी सी प्रतिमा लेकर आएं। इससे घर की आर्थिक परेशानी दूर हो जाती है।