सावन का पवित्र महीना शुरू हो गया है। हिन्दू धर्म में सावन के सोमवार को व्रत रखना अच्छा माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्रत रखना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि इससे आपका शरीर पर स्वस्थ रहता है तो आइए हम आपको सोमवार को व्रत रखने के कुछ खास तौर-तरीकों के बारे में बताते हैं।
व्रत रखने के फायदे
व्रत रखना न केवल आपके मन को सुकून देता है बल्कि आपके शरीर को भी डिटॉक्स करने में मदद करता है। बरसात में जब जल और वायु जनित बीमारियों के होने की सम्भावना बढ़ जाती है। ऐसे में व्रत के जरिए शरीर में सही संतुलन बनाए रखने के लिए डायट पर खास ध्यान देना चाहिए। व्रत रखने से न केवल शरीर बल्कि आत्मा भी डिटॉक्स हो जाती है। उपवास रखना न सिर्फ धार्मिंक रूप से बेहतर होता है बल्कि शरीर के लिए भी अच्छा माना जाता है। व्रत से शरीर के डाइजेशन सिस्टम को आराम मिलता है और मेटाबॉलिक रेट बढ़ जाता है। लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसका उल्टा असर भी पड़ सकता है।
व्रत करने के भी कई तरीके हैं कुछ लोग अपने सेहत और सुविधा के अनुसार केवल फलहार का सेवन करते हैं तो कुछ लोग दिन भर व्रत रह कर शाम के समय अन्न ग्रहण कर लेते हैं। साथ ही कुछ लोग सेंधा नमक भी खाते हैं। लेकिन व्रत में खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है ताकि आप खुद को हेल्दी बनाए रख सकें।
व्रत में रखें सावधानी
सोमवार के व्रत में इस बात का ध्यान रखें कि शरीर में पानी की कमी नहीं हो। बॉडी को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए रोज 6-8 गिलास पानी जरूर पिएं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए व्रत के दौरान खानपान में ऐसे फलों को शामिल करें, जिसमें पानी की मात्रा ज्यादा हो। ऐसे में आप अंगूर, लीची, संतरा और मौसमी फलों को शामिल कर सकते हैं। व्रत के दौरान पेट को कभी खाली न रहने दें। कुछ अंतराल में खाते रहने से आप एसिडिटी की प्राब्लम से बच सकते हैं। इसके लिए कुछ टाइम का गैप लेकर फलाहार करते रहें। साथ ही आप ड्राई फ्रूट्स खाते रहें इससे आपको जरूरी एनर्जी मिलेगी और कमजोर महसूस नहीं करेंगे।
सावन में इन चीजों से करें परहेज
सावन का महीना बहुत पवित्र होता है लेकिन बरसात होने के कारण आप खानपान में विशेष ख्याल रखें। सावन में बरते जाने वाले परहेज न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से जरूरी है बल्कि सेहत के नजरिए से भी महत्वपूर्ण है। इसलिए सावन के महीने में डेयरी प्रोडक्ट से बचें। सावन में दूध-दही से न केवल शिव जी का अभिषेक होता है बल्कि बरसात में फिजिकल एक्टिविटी कम होने से डेयरी प्रोडक्ट पचने में परेशानी पैदा करते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से बचें क्योंकि बरसात में हरे पत्तों में कीड़े आसानी से लग जाते हैं। इसी तरह सावन में बैंगन खाना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस समय बैंगन में कीड़े ज्यादा पाए जाते हैं। सावन के पवित्र महीने में मांसाहार से दूरी न केवल आपकी आस्था को संतुष्ट करेगी बल्कि बरसात में आपके वजन को बढ़ाने से भी रोकेगी।
कठोर व्रत न करें
सावन में कठोर व्रत करना आपके लिए नुकसान दायक हो सकता है। किसी भी व्यक्ति का कठोर व्रत का संकल्प लेना न केवल उसकी दृढ़ इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है बल्कि उसकी सेहत का भी परीक्षण होता है। स्ट्रांग इम्यून सिस्टम के लोग दिन-भर कुछ हल्का खाकर रात में खाते हैं वहीं कुछ लोगों को अपनी आदत के अनुसार दिन भर खाने की जरूरत महसूस होती है। ऐसे में अपनी सेहत को नजरअंदाज न करें और व्रत का सही तरीका चुन लें।
खाने में इन्हें करें शामिल
सावन में सोमवार को व्रत के दौरान ब्रेकफास्ट में आप स्किम्ड मिल्क के साथ फल ले सकते हैं। इसके अलावा आप दूध बादाम का भी सेवन कर सकते हैं। लंच में सेंधा नमक डालकर साबूदाने की खिचड़ी खा सकते हैं। कुट्टू के आटे से बनी पूरी और आलू की सब्जी आपको व्रत में ताकत देगा। अगर आप नमक नहीं खाना चाहते तो दूध या दूध से बनी कोई मीठी चीज खा सकते हैं। व्रत में शाम के समय कुछ हल्का खाएं। आप सूखे मेवे या चाय के साथ व्रत के चिप्स और रोस्टेड मखाना खा सकते हैं।
व्रत में अपना रखें ख्याल
सोमवार के व्रत के दौरान हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि अधिक तला-भुना नहीं खाएं। इससे न केवल शरीर में कैलरी की मात्रा बढ़ेगी बल्कि पेट खराब होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है। इसलिए प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटमिन और मिनरल्स के साथ-साथ सभी जरूरी पोषक तत्वों का सेवन जरूर करें। आप ताजे फलों के जूस का भी सेवन कर सकते हैं।