बुलंदशहर हिंसा के 28 दिन बाद इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर कुल्हाड़ी से हमला करने वाले कलुआ उर्फ राजीव को पुलिस ने सोमवार देर रात गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक कलुआ ने ही सबसे पहले सुबोध कुमार सिंह पर हमला किया था. कलुआ कुल्हाड़ी से पेड़ की टहनी काट सड़क जाम कर रहा था, इंस्पेक्टर ने रोका तो उसने कुल्हाड़ी से उन पर ही हमला कर दिया.
मुख्य आरोपी कलुआ ने पहले इंस्पेक्टर की अंगुलियां काटी फिर कुल्हाड़ी से ही सिर पर कई वार कर दिए. इस हमले में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह बुरी तरह घायल हो गए. जख्मी हालत में इंस्पेक्टर जान बचाने खेतों की तरफ भागे तो प्रशांत नट ने उन्हें पकड़कर घुटनों के बल गिरा लिया. इसके बाद नट ने इंस्पेक्टर की ही लाइसेंसी रिवॉल्वर छीनकर उन्हें गोली मार दी.
बाद में प्रशांत नट ने अपने साथियों के साथ मिलकर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के शव को उनकी ही सरकारी गाड़ी में डाल कर जलाने की कोशिश की. प्रशांत नट को पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया गया था. प्रशांत ने पुलिस के सामने अपना गुनाह भी क़ुबूल कर लिया. पुलिस ने कलुआ के पास वह कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है.
बता दें, हिंसा के 25 दिन बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे प्रशांत नट को गिरफ्तार किया गया था. इंस्पेक्टर पर गोली चलाने का आरोप नट पर ही है. वहीं, रिवॉल्वर चुराने वाले की भी पहचान हो गई है और उसकी तलाश जारी है. पुलिस के आला सूत्रों के मुताबिक़ जॉनी नाम के शख़्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी. पुलिस को हाथ लगे दो वीडियो में ये दोनों शख्स साथ दिख रहा है.
पुलिस ने जॉनी और प्रशांत नट दोनों को सुबोध की मौत में मुख्य आरोपी बनाया है. दोनों बुलंदशहर के रहने वाले हैं. बता दें कि प्रशांत नट के पकड़े जाने के बाद यूपी एसटीएफ़ जॉनी की तलाश कर रही है. वीडियो में प्रशांत नट घटना वाले दिन इंस्पेक्टर सुबोध कुमार से उलझता नजर आ रहा है. पुलिस पूछताछ में प्रशांत नट ने हत्या की बात कबूल कर लिया है.
गिरफ्तारी के बाद प्रशांत नट को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रभाकर चौधरी के मुताबिक नट से पूछताछ में यह पता चला है कि स्याना इंस्पेक्टर सिंह पर सबसे पहले एक अन्य आरोपी कलुआ ने कुल्हाड़ी से वार किया था. उन्होंने बताया कि इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें एक गोली सुमित नाम के एक युवक को लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके कुछ देर बाद प्रशांत ने इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनकर उनकी आंख के पास गोली मारी थी, जिससे उनकी मौत हो गई.