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करतारपुर कॉरिडोर का इमरान खान ने किया शिलान्यास, सिद्धू भी रहें मौजूद

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ने वाले बहुप्रतीक्षित गलियारे की आधारशिला रखी. भारत की ओर गलियारे के लिए सोमवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आधारशिला रखी थी.

इस दौरान भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, हरसिमरत कौर और नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद थे. पाकिस्तान में होने वाले समारोह के लिए नवजोत सिंह सिद्धू मंगलवार को ही यहां पहुंच चुके हैं. भारत सरकार ने कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप सिंह पुरी को भेजा है. 

माना जाता है कि करतारपुर में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने अंतिम सांस ली थी. करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के पार स्थित है और डेरा बाबा नानक से करीब चार किलोमीटर दूर है. सिख गुरु ने 1522 में इस गुरुद्वारे की स्थापना की थी. करतारपुर गलियारे से भारतीय सिख श्रद्धालु करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब तक वीजा रहित यात्रा कर सकेंगे. इस गलियारे के छह महीने के भीतर बनकर तैयार होने की उम्मीद है.

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गाजा तूफान से किसानों की फसल बर्बाद, 3 किसानों ने दी जान

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात तूफान का असर अब धीरे-धीरे खत्म होने लगा है. लेकिन यह तूफान अपने पीछे तबाही का मंजर छोड़ गया है. इस तूफान ने तमिलनाडु में हजारों हेक्टयर जमीन पर लगी फसल तबाह हो गई है. इसे लेकर किसान परेशान है. ये तबाही इतनी बड़ी है कि पिछले एक सप्ताह में तीन किसान खुदकुशी कर चुके हैं.

शनिवार को तमिलनाडु के पुड्डुकोत्तई जिले में 45 साल के किसान ने अपनी जान दे दी. स्थानीय मीडिया के अनुसार, तिरुचेलवम नारियल की खेती करते थे और उनकी करीब 25 एकड़ जमीन बर्बाद हो गई. यही कारण रहा कि उन्होंने अपनी जान दे दी.

ये हाल तमिलनाडु के सिर्फ एक जिले का नहीं बल्कि कई क्षेत्रों का है. गाजा तूफान से करीब 5 एकड़ जमीन बर्बाद होने के बाद 58 साल के सुंदरराज ने 22 नवंबर को जहर खाकर अपनी जान दे दी थी.

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RSS नेता बोले- नहीं बदलेगी राम मंदिर की जगह, जजों की बपौती नहीं संविधान

राम मंदिर के मुद्दा लोकसभा चुनाव से पहले गर्माता जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे की सुनवाई टलने के बाद से ही कई हिंदू संगठनों ने नाराजगी व्यक्त की है.RSS प्रमुख मोहन भागवत से लेकर अन्य नेताओं ने इस मामले की सुनवाई जल्द से जल्द करने की पैरवी की है.

मंगलवार को भी RSS के सदस्य इंद्रेश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट को लेकर बयान दिया, जिस पर विवाद गहरा सकता है. पंजाब के चंडीगढ़ में चल रहे एक कार्यक्रम के दौरान इंद्रेश कुमार ने कहा, ''भारत का संविधान जजों की बपौती नहीं है, क्या वो कानून से भी ऊपर हैं.'' आपको बता दें कि इंद्रेश कुमार चंडीगढ़ की पंजाब यूनिवर्सिटी में चल रहे 'जन्मभूमि से अन्याय क्यों' कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उन्होंने कहा कि राम जन्म स्थान बदलने की इजाजत क्यों दी गई. जब वेटिकन, काबा और स्वर्ण मंदिर नहीं बदले जा सकते तो राम जन्मभूमि कैसे बदली जा सकती है.

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उपराष्ट्रपति ने रखी करतारपुर कॉरिडोर की नींव, पाकिस्तान पर बरसे पंजाब के सीएम

सिखों के प्रथम गुरु नानक देव की 550वीं जयंती 2019 में मनाई जानी है. लेकिन उससे पहले ही करतारपुर साहिब का मुद्दा भारत-पाकिस्तान की राजनीति में गर्माया हुआ है. पहले पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया और फिर भारत सरकार ने भी करतारपुर कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया.

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखी. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल मौजूद रहे.

शिलान्यास से पहले कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जिसकी बनाई हुई SIT के कारण 1984 सिखों के दंगों के आरोपियों को सजा मिली. आज कोर्ट ने दो आरोपियों को सजा सुना दी है, वो दिन दूर नहीं जब सभी आरोपियों को सजा होगी. उन्होंने कहा कि 70 साल में देश में कई प्रधानमंत्री आए और गए लेकिन मोदी जी के आने के बाद ही ये कॉरिडोर बनाने का फैसला किया.

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6 साल की हुई आम आदमी पार्टी, केजरीवाल ने कहा गर्व से कहो हम आपिए हैं

आम आदमी पार्टी को वजूद में आए आज 6 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार जताया.

उन्होंने कहा कहा कि देश को भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और जातिवाद के जहर से मुक्त कराने की दिशा में यह 'राजनीतिक क्रांति' आगे बढ़ रही है.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, "छह साल पहले आज के ही दिन आम आदमी पार्टी की यात्रा शुरू हुई थी. तमाम बाधाओं के बावजूद नि:स्वार्थ भाव से काम करने वाले लाखों कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों के समर्थन से भारत को भ्रष्टाचार, सांप्रदायिकता और जातिवाद के जहर से मुक्त कराने की दिशा में यह राजनीतिक क्रांति आगे बढ़ रही है."

पार्टी ने अपने सभी समर्थकों को छह साल में 'उतार-चढ़ाव' के दौरान इसके साथ बने रहने रहने के लिए भी धन्यवाद दिया.