दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में जहरीली धुंध और प्रदुषण पर बोलते हुए कहा कि केजरीवाल को गाली देने से अगर दिल्ली का प्रदुषण कम होता है. तो में दिल्ली की 2 करोड़ लोगों से आग्रह करूंगा कि रोज सुबह उठकर मुझे गाली दे.
आगे बोलते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगस्त, सितंबर और अक्टूबर महीनें में प्रदुषण काफी अधिक रहा इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है.
अरविंद केजरीवाल का यह भी कहना है कि दिल्ली में जहरीली धुंध के अलावा ट्रांसपोर्ट, डस्ट, इंडस्ट्रियल का भी प्रदूषण है.
वहीं दूसरी तरफ सीएम केजरीवाल ने पंजाब और हरियाणा राज्यों पर निशाना साधते हुए कहा कि अक्टूबर से लेकर नवंबर के महीनों में किसानों द्धारा जलाए जा रही पराली भी दिल्ली में प्रदुषण फैलती है.
अरविंद केजरीवाल ने आगे बोलते हुए कहा कि पराली का समाधान उन्हीं राज्यों से निकलेगा. दिल्ली में इसका कोई समाधान नहीं है. उनका यह भी कहना है कि उन्होनें हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर से बात भी की है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने सीएम मनोहर लाल खट्टर को 12 प्रकार की मशीने भी दिखाई? जिससे प्रदुषण से राहत पाई जा सकती है.
यह मशीन लगभग ढेड़ लाख रुपए की है और इसमें 40 प्रतिशत की सब्सिडी है. यदि यह सब्सिडी 40 से बढ़ाकर 80 प्रतिशत कर दी जाए और इसे किसानों में बांट दिया जाए तो इस समस्या का हल आसानी से पाया जा सकता है. केजरीवाल ने आगे बताया कि खट्टर साहब ने केंद्र सरकार से पैसों के मांग की है.
सीएम खट्टर ने केंद्र सरकार से 1600 करोड़ और पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 3 से 4 हजार करोड़ रुपए मांगे हैं. जब तक सरकार किसान को टेक्नॉलॉजिकल समाधान नहीं देंगे तो उसका समाधान नहीं निकलेगा. बता दें कि पिछले दिनों जब दिल्ली का प्रदूषण स्तर खतरनाक था. तो दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू करने वाली थी, लेकिन एनजीटी ने महिलाओं और दो पहिया वाहनों को छूट देने से इनकार कर दिया था और यह योजना लागू नहीं हो सकी.
वहीं अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए 2019 में विपक्ष को मजबूत बताया है. केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी पार्टी और ममता बनर्जी की तृणमूल जैसी पार्टियों में मोदी सरकार को 2019 में चुनौती देने का दम है.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी ने आम लोगों के साथ साथ छोटे व्यापारियों का जीवन बर्बाद कर दिया है.